Last Updated at : Wednesday, 16/Nov/2022 03:41 AM
नई दिल्ली,दिल्ली के एक मिठाई वाले के बेटे ने 15 साल की उम्र में देश का मान बढ़ाया है. 11वीं कक्षा के एक छात्र ने कुछ ऐसा किया जिसका हममें से अधिकांश केवल सपना देखते हैं. मॉडर्न पब्लिक स्कूल के कक्षा 11 के छात्र अर्जुन ने चौथी एशियाई युवा एथलेटिक्स चैंपियनशिप 2022 में भारत का प्रतिनिधित्व किया और भाला फेंक में रजत पदक जीता.
रजत पदक जीतने के बाद अर्जुन को शिक्षा निदेशक हिमांशु गुप्ता और शिक्षा उप निदेशक (खेल) संजय कुमार अंबस्ता ने सम्मानित किया.
कक्षा 11 के छात्र और दिल्ली के भाला फेंक खिलाड़ी अर्जुन वर्तमान में अंडर-18 लड़कों के भाला फेंक वर्ग में भारत में पहले, एशिया में तीसरे और दुनिया भर में दसवें स्थान पर हैं. अर्जुन को हमेशा से खेल से प्यार रहा है, लेकिन शुरुआत में उन्होंने कभी नहीं सोचा था कि भाला फेंक भारत के लिए रजत पदक जीतकर लाएंगे.
अर्जुन के पिता रमाकांत, दिल्ली में एक मिठाई विक्रेता हैं और डिस्कस थ्रो श्रेणी के खिलाड़ी भी रहे हैं. अर्जुन ने कहा कि मेरे पिता मेरी सबसे बड़ी प्रेरणा हैं. बचपन में वह मुझसे कहा करते थे कि वह चाहते हैं कि मैं खेलों में भारत के लिए पदक जीतने की अपनी महत्वाकांक्षा को पूरा करूं.
अपने पिता के अलावा, अर्जुन ने अपने कोच को भी अपनी सबसे बड़ी प्रेरणाओं में से एक बताया. उन्होंने कहा कि मेरे कोच के अथक प्रयासों और प्रोत्साहन के बिना, यह संभव नहीं होता. उन्होंने मुझे लगातार प्रेरित किया और मुझे पेशेवर प्रशिक्षण दिया, जो मेरी सफलता के पीछे एक जरूरी कारक बना. अर्जुन ने कहा कि जब मैं अपने खेल में सबसे निचले बिंदु पर था, तो वह मेरे साथ खड़े थे. उन्होंने मुझे कभी अपने लक्ष्यों की दिशा में काम करने के लिए प्रेरित करना बंद नहीं किया.