Last Updated at : Thursday, 25/May/2023 09:38 PM
सीकर, यूपीएससी सिविल सर्विस परीक्षा परिणामों में सीकर, राजस्थान के कूदन ग्राम निवासी मनोज महरिया ने पूरे देश में 628 वां स्थान प्राप्त कर पूरे गांव का नाम रोशन किया है. मनोज के पिताजी राजेंद्र मेहरिया का स्वर्गवास हो चुका है और 3 बहन-भाइयों में सबसे बड़े होने के नाते, मनोज ही परिवार की जिम्मेदारी उठा रहे हैं. रिजल्ट आने पर मां तारा देवी भावुक हो गईं. उनके स्वर्गवासी पति का सपना उनके बेटे ने पूरा किया तो खुशी का ठिकाना नहीं रहा और घर में उत्सव का माहौल बन गया.
मनोज ने बताया कि उन्होंने किसी भी कोचिंग सेंटर में कोचिंग नहीं की और खुद घर पर रहकर ही पढ़ाई करके यह मुकाम पाया है. मनोज की सफलता की सूचना पाकर शहरवासियों ने भी उनको बधाई प्रेषित की है. जैसे ही यह खुशखबरी गांव में फैली, गांव वालों ने मनोज को और उसके परिवार के सदस्यों का मुंह मीठा करा कर बधाई दी.
पिता का 1973 में टूट गया था IAS बनने का सपना, बेटी ने डॉक्टरी छोड़ की UPSC की तैयारी, पाई 53वीं रैंक
मनोज अभी सोशियोलॉजी से MA कर रहे हैं. 10वीं की पढ़ाई गांव के स्कूल से ही की जिसके बाद सीकर से 12वीं की. 12वीं के बाद क्रिकेट खेलना शुरू कर दिया. मनोज एक रणजी क्रिकेट प्लेयर रहे हैं. 2018 में एक इंजरी की वजह से क्रिकेट छोड़ दिया और वापस एकेडमिक्स की तरफ बढ़े. इसके बाद उन्होंने कई सारे सरकारी भर्ती के एग्जाम क्रैक किए मगर अच्छी जॉब पाने के लिए तैयारी करते रहे. लॉकडाउन के समय UPSC की तैयारी शुरू कर दी.
मनोज कहते हैं कि वह कोचिंग में पढ़ने में कंफर्टेबल नहीं हो पा रहे थे, इसलिए खुद से ही पढ़ाई की. फिलहाल तो उन्होंने UPSC अच्छी रैंक से क्रैक कर लिया है, मगर सपना IAS बनने का है इसलिए 2023 का एग्जाम भी देंगे. तैयारी में जुटे छात्रों को सलाह देते हुए उन्होंने कहा कि कहीं से भी मिल रही जानकारी को कंज्यूम न करें. अपने सोर्सेज़ को लिमिटेड रखें ताकि कंफ्यूज़न न हो. तैयारी के दौरान रिश्तेदारी और शादियां छोड़ने पड़ते हैं, मगर सेलेक्शन के लिए इतनी कीमत चुकाना जरूरी है.