Last Updated at : Wednesday, 24/May/2023 10:14 PM
नई दिल्ली, घर में किसी पालतू जानवर को पालने वाले लोगों को उससे जितना लगाव होता है वह कोई और नहीं समझ सकता. ऐसे ही किसी घरेलू जानवर का बीमार होना या उसकी मौत हो जाने का दुख बहुत अधिक होता है. लेकिन इस दुख के बीच उसके साथ बिताए खुशी के पल याद रखने चाहिए. हाल में एक परिवार के पालतू कुत्ते की बीमारी के बाद मौत हो गई.
कुत्ते की मौत के बाद आई फरिश्ते की चिट्ठी
परिवार शोक में था कि कुछ दिन बार उन्हें एक 'फरिश्ते' की चिट्ठी मिली. परिवार ने बताया कि किस तरह ये चिट्ठी उनके दिल को छू गई. परिवार ने बताया कि सनी नाम के हमारे कुत्ते की 18 साल की उम्र में मौत हो गई. इसके कुछ समय बाद जब हम इसके गम से उबर ही रहे थे कि हमें एक 'फरिश्ते' की चिट्ठी मिली जिसे पढ़कर हम निशब्द रह गए.
'मैं एक 'फरिश्ता' हू, मेरा काम है'
इस चिट्ठी में लिखा था- 'हैलो, मेरा नाम सहायक है, मैं एक 'फरिश्ता' हू. जन्नत में बहुत सारे फरिश्ते हैं और उनके अलग- अलग काम हैं. मेरा काम है लोगों को चिट्ठी लिखना और उन्हें बताना कि उनका पालतू कुत्ता जन्नत में ठीक- ठाक पहुंच गया है. एक प्रमुख 'फरिश्ते' ने मुझसे कहा कि आप सनी के लिए चिंता कर रहे होंगे तो मैं आपको खत लिख दूं. सनी पहुंच गया है और जन्नत में ठीक- ठाक है. वह जब आपके पास था तब बीमार था. वह बहुत बूढ़ा हो गया था और जब आप बूढ़े हो जाते हैं तो आपका शरीर कमजोर हो ही जाता है.'
'एक दिन वह आपको जरूर मिलेगा'
उसमें आगे लिखा था- 'सनी थक गया था और शायद वह समझ गया कि था उसके जाने का समय आ गया है. अच्छा ही हुआ वह आ गया और उसे बुढ़ापा नहीं झेलना पड़ा. वह यहां बाकी कुत्तों के साथ उछल कूद कर रहा है और खुश है. चिट्ठी में बताया गया कि सनी भी अपने परिवार को बहुत याद कर रहा है और कहना चाहता है कि एक दिन वह उन्हें जरूर मिलेगा. तब तक हम उसे व्यस्त और खुश रखेंगे.'
कौन था चिट्ठी लिखने वाला 'फरिश्ता'?
दरअसल, ये चिट्ठी सनी के डॉक्टर ने परिवार को लिखा थी और उन्हें सहानुभूति देने की कोशिश की थी. परिवार ने ये चिट्ठी रेडिट पर शेयर की और बताया कि किस तरह उन्हें अपने कुत्ते के डॉक्टर का ये खत उनके दिल को छू गया.