'एक बार राज दरबार में राजा के पास एक अजनबी व्यक्ति नौकरी मांगने आया जब राजा ने उस व्यक्ति से उसकी काबिलियत के बारे में पूछा. तो वह व्यक्ति बोला मेरे अंदर यह काबिलिय है कि में आदमी हो या कोई जानवर उसकी शक्ल देखकर उसके बारे में बता सकता हूं.'
'एक व्यक्ति जिसका नाम अशोक भल्ला है, वो अपने बेटे के साथ मंदिर में बैठा हुआ था. उसके बेटे का नाम आरव हैं और उसकी उम्र 25 वर्ष हैं. आरव बहुत ही खुश लग रहा हैं, जो कि उसकी हरकतों से साफ जाहीर हो रहा हैं. उसके सवाल बहुत अजीब से लग रहे हैं, जिनकी तरफ हर किसी का ध्यान जा रहा हैं. खासतौर पर वही पास में बैठे बुजुर्ग दंपत्ति वो चाह कर भी अपना ध्यान आरव से हटा नहीं पा रहे थे.'