'आपने कई पहाड़ों को देखा होगा, लेकिन क्या बोलते हुए पहाड़ को देखा है? अगर यकीन नहीं हो तो बिहार आइए। हम बात कर रहे हैं नवादा जिले के कौआकोल प्रखंड के तरौन गांव स्थित बोलता पहाड़ की। यह जिला मुख्यालय तकरीबन 41 किलोमीटर दूर है। इस इलाके की प्राकृतिक सुंदरता देखते ही बनती है। जंगलों के बीच मनोरम वादियों में स्थित इस पहाड़ के नीचे एक स्थान से कुछ बोलने के बाद वही आवाज लौटकर वापस आती है। इसीलिए ग्रामीण इसे बोलता पहाड़ कहते हैं। आसपास के जिलों के लोग अक्सर यहां की इस खूबी को देखने के लिए पहुंचते हैं।'
'धरती पिछले 50 सालों में किसी भी समय की तुलना में तेजी से घूम रही है. वैज्ञानिक अब इस बात परेशान है कि इसे कैसे मैनेज किया जाए. इस समय धरती सामान्य गति से तेज चल रही है. धरती 24 घंटे से पहले अपनी धुरी पर एक चक्कर पूरा कर रही है. धरती में ये बदलाव पिछले साल के मध्य में आया था. आइए जानते हैं कि धरती कितनी तेजी से घूम रही हैं? इसका हमारे जीवन पर क्या असर होगा? (फोटोःगेटी)'
'साल 2021 को लेकर बुल्गारिया की भविष्यवक्ता बाबा वेंगा (Baba vanga Predictions 2021) ने हैरान कर देने वाली भविष्यवाणियां की हैं. उन्हें बाल्कन का नास्त्रेदमस कहा जाता था. बाबा वेंगा ने कई ऐसी ऐतिहासिक घटनाओं की भविष्यवाणी की थी जो आगे चलकर बिल्कुल सच साबित हुई हैं. 1911 में जन्मी वेंगा की 12 साल की उम्र में आंखों की रोशनी चली गई थी.'
'राम सेतु कहलाने वाली भारत और श्रीलंका के बीच पत्थरों की श्रृंखला कब और कैसे लगाई गई, यह पता करने के लिए इस साल पानी के नीचे एक प्रोजेक्ट चलाया जाएगा। इस परियोजना पर काम कर रहे वैज्ञानिकों ने कहा कि यह रामायण काल के बारे में पता करने में मदद कर सकता है। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) के तहत पुरातत्व पर केंद्रीय सलाहकार बोर्ड ने पिछले महीने सीएसआईआर-राष्ट्रीय समुद्र विज्ञान संस्थान, गोवा, (एनआईओ) द्वारा प्रस्ताव को मंजूरी दी थी।'